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Showing posts from January, 2018

धान उठाओ नहीं जिम्मेदार कौन

 सूरजपुर जिले के अधिकांश धान खरीदी केंद्रों में यह स्थिति बनी हुई है कि धान का अंबार लगा हुआ है और उठाओ ना होने के कारण धान में नमी की कमी आ रही है एवं अन्य कई समस्याएं जन्म लेती दिखाई दे रहे हैं अगर यही आलम रहा तो धान संग्रहण केंद्रों में और समस्याएं बढ़ने की उम्मीद है धान उठाओ ना हो पाने का जिम्मेदार आखिर कौन है समिति प्रबंधक द्वारा समय पर धान की खरीदी कर लेने से धान संग्रहण में काफी इजाफा हुआ है जिससे समितियों में धानका भंडार लगा हुआ है और समय पर उठाओ के प्रति कोई भी राइस मिल या जिला प्रशासन सक्रिय नहीं दिख रहा है। इन सोसायटियों में गणेशपुर उमेश्वर पुर चंदननगर जैसी कोई सोसायटियां इस हालात को झेल रही है

डिज्नीलैंड बना आकर्षण का केंद्र

धान उठाओ ना होने से बढ़ रही है समस्या

धरमजयगढ़- - धरमजयगढ़ ब्लॉक में उठाओ ना होने कारण धान खरीदी केंद्रों में भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है धान की आवक बढ़ जाने के कारण धान के संग्रहण में केंद्रों में बहुत ज्यादा इजाफा हुआ है और समय पर उठाओ ना होने के कारण केंद्रों में धान की भरमार बढ़ गई है जिससे धान के संग्रहण केंद्रों में जगह का अभाव एवं मौसम की गर्मी को देखते हुए धान में आ रही नमी की कमी के कारण धान के वजन में भी कमी दिख रही है जिससे धान खरीदी केंद्रों के संचालकों में एक चिंता की लहर दिखती नजर आ रही है शासन द्वारा धान के उठाव में जागरुकता ना दिखाने के कारण आगे यह समस्या और बढ़ सकती है।

अब पंचायतों में भी की जाएगी अलाव की व्यवस्था

सरगुजा में इस बार ठंड के कड़े तेवर देखते हुए जिला पंचायत में सरगुजा वासियों के हित में अच्छा फैसला लेते हुए निर्देश जारी किया है कि अब सरगुजा के अधीन ग्राम पंचायतों में अलाव की व्यवस्था की जाएगी सरगुजा में इस हाड़ कंपाने वाली ठंड को देखते हुए जिला पंचायत सीईओ अनुराग पांडे ने सरगुजा वासियों के हित में फैसला देते हुए बताया कि सरगुजा अधीन जितने भी ग्राम पंचायत हैं सभी ग्राम पंचायतों में आज से अलाव की व्यवस्था की जाएगी एवं बुजुर्ग और बच्चों जिनके पास गर्म कपड़े नहीं है उन्हें गरम कपड़ा मुहैया कराया जाएगा इसके लिए प्रत्येक ग्राम पंचायतों को ₹10000 की राशि प्रदान की गई है इस राशि को बढ़ाया भी जा सकता है यह फैसला ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए एक सराहनीय पहल है।

माओवादियों ने की सरपंच हत्या ।

जगदलपुर (6.1.2018) -छत्तीसगढ़ के जगदलपुर ( बस्तर ) में माओवादियों की स्मॉल एक्शन टीम ने गांव के सरपंच पंडरू की घर में घुसकर निर्मम हत्या  कर दी. घटना दरभा थाना क्षेत्र के धुर नक्सल प्रभावित कोलेंग के छिंदगुर की है. स्थानीय लोगों के मुताबिक बीती रात करीब 2.30 से 3 बजे के बीच माओवादियों की स्मॉल एक्शन टीम पंडरू के घर आ धमकी और पंडरू को पास के कतीरास ले जाकर उसके हाथ-पैर बांधकर हत्या कर दी. हालांकि हत्या के पीछे के कारणों बहुत ज्यादा स्पष्ट नहीं पता नहीं चल सका है. फिलहाल, घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची ने शव को कब्जे में जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी है.

सम्मानित विद्युत उपभोक्ताओं से एक अपील समय पर विद्युत बिल न भरने के नुक़सान...

१- बिल न भरने से बिजली कम ख़रीदी जायेगी जिस कारण कटौती होगी क्योंकि वितरण कम्पनियाँ बाज़ार से बिजली ख़रीद कर आप के घर तक पहुँचाती हैं। २- आपको बिल हर स्थिति में भरना पड़ेगा चाहे कनेक्शन काटकर , या सर्टिफिकेट केस के माध्यम से l ३- बिल न भरने पर  प्रति माह का ब्याज देना होगा। ४- विद्युत कर्मचारियों का मुख्य काम विद्युत आपूर्ति को सुचारू रखने के लिये तकनीकी कार्य करना है जिससे बार बार ब्रेक डाउन ना हो तथा ट्रांसफारमर क्षतिग्रस्त न हो इन सभी समस्याओं को दूर करने के लिये कार्य करना है लेकिन अधिकांश लोगों द्वारा बिल न जमा करने के कारण कर्मचारियों का पूरा समय विद्युत बकायेदारों से बिल धनराशि वसूलने में लगता है जिससे विद्युत आपूर्ति सुचारू करने में समय लग जाता है।और आपको कष्ट सहना पड़ता है। ५-सुरक्षित एवं सुचारू आपूर्ति केवल तभी सम्भव है जब प्रत्येक व्यक्ति प्रति माह अपना बिल समय पर भरे। ६- विद्युत कर्मचारियों के साथ गाली गलौज करने , सरकारों को कोसने से समस्या का हल नहीं निकलेगा । यदि हमें सुचारू बिजली चाहिये तो हमें अपना बिल प्रति माह जमा करना पड़ेगा । केवल और केवल यही एक मात्र समाध

नक्सली हमला breking

 बलरामपुर -सामरी क्षेत्र की घटना कुकुद माइन्स औऱ कुदाग  में 9 वाहनो को नक्सलियों ने आग के हवाले किया।