रामानुजगंज. ब्यूरो मितेश केसरी. सहकारी बैंक मर्यादित अंबिकापुर के अधीनस्थ शाखा रामानुजगंज में किसानों का अपना ही पैसा लेने के लिए रोज खाता लग रहा है लेकिन बैंक अन्नदाताओं को उनका ही पैसा समय पर दे पाने के लिए असमर्थ नजर आ रहा है इस मामले में बैंक कर्मचारी अधिकारी भी कुछ भी कहने से कनकी काट रहा है या सही सही जवाब नहीं दे रहा है इस कारण क्षेत्र के अन्नदाता रोज बैंकों के चक्कर लगा लगा कर थक चुके हैं
शाखा रामानुजगंज के अंतर्गत आने वाले भंवर माल समिति. त्रीकुंडा . सामराज. कामेश्वर पुर. रामचंद्रपुर .महावीर गंज .समिति के हजारों की संख्या में किसानों द्वारा तत्कालीन वर्ष अपने द्वारा उपार्जित धान को बेचा गया लेकिन किसानों के अपेक्षानुरूप उन्हें तत्काल उनका पैसा हाथ में ना मिलकर रोज बैंक के चक्कर लगाने के रूप में तब्दील हो गया है ऐसा मामला रामानुजगंज सहकारी बैंक के सामने रोज देखने को आ रहा है जहां हजारों की संख्या में किसान अपना ही पैसा लेने के लिए कड़ी धूप में लाइन लग रहे हैं लेकिन शाम ढलते उनके हाथ में कुछ नहीं आ रहा है जानकारी के अनुसार क्षेत्र के दायरे में 50 से 8 किलोमीटर के किसान आते हैं जिन्हें नियमानुसार अब तक बोनस वितरण हो जाना चाहिए लेकिन इन किसानों को अपना ही कमाई लेने के लिए काफी जद्दोजहद की स्थिति बैंक के सामने करनी पड़ रही है क्योंकि जितने हितग्राही रोज बैंक पहुंच रहे हैं उसमें करोड़ों का भुगतान उनको होना चाहिए लेकिन बैंक द्वारा अपने एक लिमिट की बात कर कर उन्हें वापस कर दिया जा रहा है बैंक द्वारा बताया गया कि उनकी 1 दिन की लिमिट सिर्फ 5000000 रुपए है जबकि करोड़ों के भुगतान के किसान रोज पहुंच रहे हैं इस मामले की शिकायत SDM से भी की गई लेकिन अभी तक मामले का कोई निदान सामने नहीं आया है
क्या कहते हैं बैंक अधिकारी
इस मामले में बैंक मैनेजर एस आर भगत से बात करने पर उन्होंने बताया कि बैंक द्वारा लिमिट के हिसाब से भुगतान किया जा रहा है लेकिन किसानों की अधिकता होने से रोज ऐसी स्थिति निर्मित हो रही है उन्होंने जल्द ही इस समस्या का निदान करने का वादा किया
शाखा रामानुजगंज के अंतर्गत आने वाले भंवर माल समिति. त्रीकुंडा . सामराज. कामेश्वर पुर. रामचंद्रपुर .महावीर गंज .समिति के हजारों की संख्या में किसानों द्वारा तत्कालीन वर्ष अपने द्वारा उपार्जित धान को बेचा गया लेकिन किसानों के अपेक्षानुरूप उन्हें तत्काल उनका पैसा हाथ में ना मिलकर रोज बैंक के चक्कर लगाने के रूप में तब्दील हो गया है ऐसा मामला रामानुजगंज सहकारी बैंक के सामने रोज देखने को आ रहा है जहां हजारों की संख्या में किसान अपना ही पैसा लेने के लिए कड़ी धूप में लाइन लग रहे हैं लेकिन शाम ढलते उनके हाथ में कुछ नहीं आ रहा है जानकारी के अनुसार क्षेत्र के दायरे में 50 से 8 किलोमीटर के किसान आते हैं जिन्हें नियमानुसार अब तक बोनस वितरण हो जाना चाहिए लेकिन इन किसानों को अपना ही कमाई लेने के लिए काफी जद्दोजहद की स्थिति बैंक के सामने करनी पड़ रही है क्योंकि जितने हितग्राही रोज बैंक पहुंच रहे हैं उसमें करोड़ों का भुगतान उनको होना चाहिए लेकिन बैंक द्वारा अपने एक लिमिट की बात कर कर उन्हें वापस कर दिया जा रहा है बैंक द्वारा बताया गया कि उनकी 1 दिन की लिमिट सिर्फ 5000000 रुपए है जबकि करोड़ों के भुगतान के किसान रोज पहुंच रहे हैं इस मामले की शिकायत SDM से भी की गई लेकिन अभी तक मामले का कोई निदान सामने नहीं आया है
क्या कहते हैं बैंक अधिकारी
इस मामले में बैंक मैनेजर एस आर भगत से बात करने पर उन्होंने बताया कि बैंक द्वारा लिमिट के हिसाब से भुगतान किया जा रहा है लेकिन किसानों की अधिकता होने से रोज ऐसी स्थिति निर्मित हो रही है उन्होंने जल्द ही इस समस्या का निदान करने का वादा किया
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