सरगुजा
हाल में हुए घटना को देखते हुए ऐसा लगता है इस सरगुजा जो अविभाजित आज भी है उसमें नक्सलियों की घुसपैठ पुनः जारी हो चुकी है जो घटना घटित हुई उसे देखकर नहीं लगता है आज भी हमारा सरगुजा पूरी तरह से सुरक्षित है पुलिस द्वारा अभी तक अपहृत इंजीनियर एवं ठेका कर्मचारी का पता नहीं लग पाया है इससे सरगुजा वासी भैया उम्मीद लगा सकते हैं इस सरगुजा कहां तक सुरक्षित है आप कहां तक असुरक्षित
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा सरगुजा जिला को पूरी तरह से नक्सल प्रभाव से मुक्त करार दे दिया गया था लेकिन हाल मुकाम में हुई घटना पूरी तरह से इस दावा को नकारते हुए या ध्वस्त करते हुए सामने आई है जिस में नक्सलियों ने अपनी मौजूदगी शासन को दवा के रूप में साबित किया है या ठेंगा दिखाया है शासन द्वारा इन बीहड़ों में विकास और उत्थान को को लेकर निर्माण कार्य तो चालू कराया गया लेकिन सुरक्षा के इंतजाम इतने कमजोर की कभी भी कोई भी घटना घट सकती है इस सुरक्षा इंतजाम की पूरी पोल खोल दी नजर आ रही या घटना जिसमें ठेकेदार के संयंत्र से लेकर ठेका कर्मी एवं इंजीनियर को खुलेआम अगवा कर लिया गया लेकिन अभी तक राज्य के चौकीदार का कोई बयान सामने नहीं आया है इसे देखकर लगता है कि सरगुजा अब अपने पुराने रूप में वापस आ रहा है जब लोग ख्वाब की नींद सोते थे या ग्रामीण क्षेत्रों से पलायन करने को मजबूर हो जाते थे राज्य के मुखिया द्वारा कई बार यह बयान दिया गया की हमारा सरगुजा अब नक्सल प्रभाव से दूर हो चुका है लेकिन इस घटना ने सरगुजा में नक्सली आमदरफ्त को साबित कर दिया है अभी तक ना ठेका कर्मी का पता है ना शासन अधीनस्थ इंजीनियर ।
हाल में हुए घटना को देखते हुए ऐसा लगता है इस सरगुजा जो अविभाजित आज भी है उसमें नक्सलियों की घुसपैठ पुनः जारी हो चुकी है जो घटना घटित हुई उसे देखकर नहीं लगता है आज भी हमारा सरगुजा पूरी तरह से सुरक्षित है पुलिस द्वारा अभी तक अपहृत इंजीनियर एवं ठेका कर्मचारी का पता नहीं लग पाया है इससे सरगुजा वासी भैया उम्मीद लगा सकते हैं इस सरगुजा कहां तक सुरक्षित है आप कहां तक असुरक्षित
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा सरगुजा जिला को पूरी तरह से नक्सल प्रभाव से मुक्त करार दे दिया गया था लेकिन हाल मुकाम में हुई घटना पूरी तरह से इस दावा को नकारते हुए या ध्वस्त करते हुए सामने आई है जिस में नक्सलियों ने अपनी मौजूदगी शासन को दवा के रूप में साबित किया है या ठेंगा दिखाया है शासन द्वारा इन बीहड़ों में विकास और उत्थान को को लेकर निर्माण कार्य तो चालू कराया गया लेकिन सुरक्षा के इंतजाम इतने कमजोर की कभी भी कोई भी घटना घट सकती है इस सुरक्षा इंतजाम की पूरी पोल खोल दी नजर आ रही या घटना जिसमें ठेकेदार के संयंत्र से लेकर ठेका कर्मी एवं इंजीनियर को खुलेआम अगवा कर लिया गया लेकिन अभी तक राज्य के चौकीदार का कोई बयान सामने नहीं आया है इसे देखकर लगता है कि सरगुजा अब अपने पुराने रूप में वापस आ रहा है जब लोग ख्वाब की नींद सोते थे या ग्रामीण क्षेत्रों से पलायन करने को मजबूर हो जाते थे राज्य के मुखिया द्वारा कई बार यह बयान दिया गया की हमारा सरगुजा अब नक्सल प्रभाव से दूर हो चुका है लेकिन इस घटना ने सरगुजा में नक्सली आमदरफ्त को साबित कर दिया है अभी तक ना ठेका कर्मी का पता है ना शासन अधीनस्थ इंजीनियर ।
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